मुस्कान एक सीधी सादी लड़की थी जिसके दिल में सपनों का सागर था। वो एक ऐसी दुनिया में रहती थी जहां शादियां अक्सर घरवाले ही तय करते थे। तो जब उसके माता पिता ने उसे एक लड़के के बारे में बताया तो उसने इसे अपनी किस्मत समझ कर मान लिया। लड़के का नाम अबुज़र था। दोनों अलग अलग शहरों में रहते थे और कभी मिले नहीं थे। मुस्कान घबराई हुई भी थी और उत्साहित भी। घर में खुशी की लहर दौड़ गई। मुस्कान का परिवार बहुत खुश था। उसकी मां ने पुश्तैनी गहने और रेशमी साड़ियां निकाल लीं। उसकी खाला शादी की रस्मों और पकवानों की बातें करने लगी। मुस्कान के मन में भावनाओं का तूफान उमड़ रहा था। सब कुछ इतनी जल्दी हो रहा था वो अबुज़र के बारे में सोच रही थी। वो कैसा होगा? उनका भविष्य कैसा होगा? दूसरी तरफ अबुज़र का नजरिया अलग था। वो प्यार में विश्वास रखता था। वो अपनी पत्नी को जानना चाहता था। जीवन भर का साथ निभाने से पहले उसने अपने परिवार को बताया की वो लव मैरिज करना चाहता है। उसे हैरानी हुई की उन्होंने उसकी बात समझी। वो मान गए की वो मुस्कान से बात करें। देखें की दोनों की बनती है या नहीं। विक्रम ने मुस्कान को फोन करने का फैसला किया। वो घबराया हुआ था। क्या होगा अगर मुस्कान को लगे की वो बदतमीजी कर रहा है। उसने उसका नंबर डायल किया। उसका दिल जोर जोर से धड़क रहा था। मुस्कान हैरान हुई जब उसे अबुज़र का फोन आया। लेकिन वो उत्सुक भी थी। ऐसा तो होता नहीं था आमतौर पर। उनकी पहली बातचीत थोड़ी अजीब थी लेकिन धीरे धीरे दोनों खुलने लगे। उन्होंने अपने सपनों, अपनी आशंकाओं, अपने भविष्य की उम्मीदों के बारे में बात की। उन्हें पता चला की उनके कई शौक और सपने एक जैसे हैं। मुस्कान को वो दयालु, मज़ेदार और समझदार लगा। अबुज़र को मुस्कान का प्यार और जिंदादिली पसंद आई। हर फोन कॉल उन्हें और करीब लाती गई। वो दिन ब दिन प्यार में पड़ते गए। आखिरकार वो दिन आ गया जब अबुज़र ने मुस्कान से मिलने का फैसला किया। जिस पल उन्होंने एक दूसरे को देखा उन्हें पता चल गया। बस यही है वो एक दूसरे के लिए बने थे। उन्होंने अपने प्यार का इजहार किया और अपने परिवार की मर्जी से लव मैरिज करने का फैसला किया। एक अरेंज मैरिज से एक प्रेम कहानी तक का उनका सफर सबके लिए एक प्रेरणा था। कभी कभी किस्मत आपको आपके सच्चे प्यार तक पहुंचने के लिए एक अलग रास्ता चुनती है।
मुस्कान एक सीधी सादी लड़की थी जिसके दिल में सपनों का सागर था। वो एक ऐसी दुनिया में रहती थी जहां शादियां अक्सर घरवाले ही तय करते थे। तो जब उसके माता पिता ने उसे एक लड़के के बारे में बताया तो उसने इसे अपनी किस्मत समझ कर मान लिया। लड़के का नाम अबुज़र था। दोनों अलग अलग शहरों में रहते थे और कभी मिले नहीं थे। मुस्कान घबराई हुई भी थी और उत्साहित भी। घर में खुशी की लहर दौड़ गई। मुस्कान का परिवार बहुत खुश था। उसकी मां ने पुश्तैनी गहने और रेशमी साड़ियां निकाल लीं। उसकी खाला शादी की रस्मों और पकवानों की बातें करने लगी। मुस्कान के मन में भावनाओं का तूफान उमड़ रहा था। सब कुछ इतनी जल्दी हो रहा था वो अबुज़र के बारे में सोच रही थी। वो कैसा होगा? उनका भविष्य कैसा होगा? दूसरी तरफ अबुज़र का नजरिया अलग था। वो प्यार में विश्वास रखता था। वो अपनी पत्नी को जानना चाहता था। जीवन भर का साथ निभाने से पहले उसने अपने परिवार को बताया की वो लव मैरिज करना चाहता है। उसे हैरानी हुई की उन्होंने उसकी बात समझी। वो मान गए की वो मुस्कान से बात करें। देखें की दोनों की बनती है या नहीं। विक्रम ने मुस्कान को फोन करने का फैसला किया। वो घबराया हुआ था। क्या होगा अगर मुस्कान को लगे की वो बदतमीजी कर रहा है। उसने उसका नंबर डायल किया। उसका दिल जोर जोर से धड़क रहा था। मुस्कान हैरान हुई जब उसे अबुज़र का फोन आया। लेकिन वो उत्सुक भी थी। ऐसा तो होता नहीं था आमतौर पर। उनकी पहली बातचीत थोड़ी अजीब थी लेकिन धीरे धीरे दोनों खुलने लगे। उन्होंने अपने सपनों, अपनी आशंकाओं, अपने भविष्य की उम्मीदों के बारे में बात की। उन्हें पता चला की उनके कई शौक और सपने एक जैसे हैं। मुस्कान को वो दयालु, मज़ेदार और समझदार लगा। अबुज़र को मुस्कान का प्यार और जिंदादिली पसंद आई। हर फोन कॉल उन्हें और करीब लाती गई। वो दिन ब दिन प्यार में पड़ते गए। आखिरकार वो दिन आ गया जब अबुज़र ने मुस्कान से मिलने का फैसला किया। जिस पल उन्होंने एक दूसरे को देखा उन्हें पता चल गया। बस यही है वो एक दूसरे के लिए बने थे। उन्होंने अपने प्यार का इजहार किया और अपने परिवार की मर्जी से लव मैरिज करने का फैसला किया। एक अरेंज मैरिज से एक प्रेम कहानी तक का उनका सफर सबके लिए एक प्रेरणा था। कभी कभी किस्मत आपको आपके सच्चे प्यार तक पहुंचने के लिए एक अलग रास्ता चुनती है।